Love shayari_"वो आई थी /Woh Aai Thi "by Ankit AKP_2019


"न जाने उसे क्या मौत आई थी 
जो देर रात वो मेरे घर आई थी 
वो भी ये जानने कि 
क्या वो मेरे ख़्यालों में आई थी,
या मुझे नींद यूं ही बेफ़िक्र आई थी?
उसके इस बेचैनी भरे सवाल से,
मुझमें तो बस एक मुस्कान आई थी 
सच कहूं तो थोड़ा बहुत हंसी भी आई थी;
पर जानकर एक प्यारा एहसास
मुझमें तब और भी मुस्कान खिल आई थी
कि ये तो बस उसकी याद आई थी
जो वो चलकर मेरे ख़्वाबों में आई थी
पर हाँ.....आई थी"
_अंकित कुमार पंडा [Ankit AKP]

Thanks for reading 🙏🙏
 "मैं उम्मीद करता हूँ कि आपको मेरी ये रचना पसन्द आई होगी!! "
Next Post Previous Post
No Comment
Add Comment
comment url