"लिखता हूँ /Likhta Hu" Love Poetry_Ankit AKP
"बातों के दरमियान पनपती अपनी मोहब्बत लिखता हूँ , तुझे देख होंठों पे जो मुस्कान सजती बस वही मुस्कान की छाप लिखता…
"बातों के दरमियान पनपती अपनी मोहब्बत लिखता हूँ , तुझे देख होंठों पे जो मुस्कान सजती बस वही मुस्कान की छाप लिखता…
"AajKal Wo Bada Pareahaan Karti Hai Mujhe" ''आजकल वो बड़ा परेशान करती है मुझे... न जाने क्या बिग…
"अभी कुछ ज्यादा नहीं मांगा है बस प्यार से एक प्यार मांगा है ; दिल की धड़क से जिंदगी की हलक तक, एक-एक रूह पर जिस…
"तुझसे मैं क्या कहूँ 'हाँ' कहूँ कि 'ना' कहूँ ? सवाल-जवाब जो बीच हमारे तू बता मैं 'सवाल' …